Everything about Body Mass Index (BMI) | बॉडी मांस इंडेक्स की संपूर्ण जानकारी
Body Mass Index (BMI) बॉडी मॉस इंडेक्स (बी-एम-आई) एक ऐसी तकनीक है जो मोटे तौर पर यह बताती है कि शरीर का भार उसकी लंबाई के अनुपात में ठीक है या नहीं। युवाओं में अपने को फिट जानने का यह पसंददीदा तरीका है। इस तकनीक के प्रयोग से पता चल जाता है कि हमें अपना वज़न कम करने की जरूरत है या वज़न बढ़ाने की।
बॉडी मॉस इंडेक्स को हिंदी में ‘शरीर द्रव्यमांन सूचकांक’ कहते है। इसे ‘एन्थ्रोपोमैट्रिक सूचकांक’ और ‘क्वेटलेट सूचकांक’ नामों से भी जाना जाता हैं।
क्या आप जानते हैं! हमारे शरीर का वजन (Weight) किन-किन चीजों से मिलकर बनता है? हमारा शरीर बना होता है-
- Organs (अंगों)
- Muscles (मांसपेशियों)
- Bones (हड्डियों)
- Water (पानी)
Types of Body Weight|वजन के प्रकार
विशेषज्ञों ने मानव शरीर के वज़न को दो भागों में विभाजित किया है।
1. Lean body mass (LBM) चर्बी / वसा रहित वज़न
2. Fat mass (FM) चर्बी / वसा सहित वज़न
हमारा शरीर का कुल वज़न (Total body weight), वसा रहित वज़न (LBM) और वसा सहित वज़न (FM) से मिलकर बनता हैं। विज्ञान ने स्वस्थ व्यक्ति के वज़न का निर्धारण करने के लिए बॉडी मॉस इंडेक्स (Body Mass Index) का निर्माण किया है। यह हमारे शरीर के भार और लंबाई का अनुपात है।
What is a Body Mass Index (BMI)?| बॉडी मॉस इंडेक्स क्या है?
वास्तव में BMI एक ऐसा संकेतक (Indicator) हैं जो हमें यह बताता है कि किसी व्यक्ति की लंबाई के अधार पर उसका आर्दश वज़न (Ideal weight) कितना होना चाहिए? कोई भी व्यक्ति इस के द्वारा अपने वजन की जांच कर सकता हैं कि उसका वजन तय मानकों के आधार पर किस श्रेणी में आता है।
वर्तमान में इंटरनेट पर BMI का पता लगाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कई कैलकुलेटर उपलब्ध है। जिस में आप से कुछ जानकारी मांगी जाती है। जिसे भरकर आप अपना BMI जान सकते हैं।
यदि आपको यह पता हो कि BMI किस फार्मूले पर आधारित है। तो आप अपना बॉडी मॉस इंडेक्स स्वयं जान सकते हैं।
How to calculate Body Mass Index (BMI)?| बॉडी मॉस इंडैक्स की गणना कैसे करें?
Body Mass Index (BMI) Formula | फार्मूला
एक उदाहरण द्वारा इसे समझिए:–
मान लीजिए आपका वजन 65 किलो है और लंबाई 165 सेंटीमीटर है। 100 cm = 1 meter तो आप की लंबाई होगी 1.65 मीटर तो आपका बॉडी मॉस इंडेक्स होगा
अब आपने अपना बॉडी मॉस तो जान लिया अब आपको इसकी जांच विशेषज्ञों द्वारा तय मानकों से करनी है।
Categorization of Body Mass Index (BMI)|बॉडी मॉस इंडेक्स की श्रेणियाँ
अब तक हमने बात की BMI की गणना की और उसकी तय मानको से तुलना की। आपको यह भी पता होना चाहिए आपका बॉडी मॉस इंडेक्स तय मानक से कम या अधिक होगा तो आपको कौन-कौन सी बीमारियाँ होने का खतरा है!
Underweight (BMI) health diseases|कम बॉडी मॉस इंडेक्स (BMI) से होने वाली बीमारियाँ
1) Weak immune system (इम्यून सिस्टम का कमजोर होना)
2) Weak bones (हड्डियाँ का कमजोर होना)
3) Iron deficiency (आयरन की कमी होना)
4) Cardiovascular disease (हृदय से संबंधित रोग होने)
5) Feeling tired (थकावट महसूस होना)
6) Feeling irritable (चिड़चिड़ापन आना)
Obesity/Overweight (BMI) Health Diseases|अधिक बॉडी मॉस इंडेक्स (BMI) से होने वाली बीमारियाँ
1) Diabetes (डायबिटीज / मधुमेह)
2) Heart disease (हृदय रोग)
3) Osteoarthritis (ऑस्टियो अर्थराइटिस)
4) Stroke (स्ट्रोक)
5) High blood pressure (हाई बी पी / उच्च रक् तचाप)
6) Gallstones (पित की थैली की पथरी)
7) Many types of cancers (कई प्रकार के कैंसर) आदि।
व्यवहारिक रूप से देखा जाए तो बॉडी मॉस इंडेक्स हमारे बड़े काम की चीज़ है। पर इस की अपनी कुछ सीमाएँ भी हैं।
Limitations of body mass index|बॉडी मॉस इंडेक्स की सीमाएँ
1) यह चार्ट केवल वजन और लंबाई पर ही ध्यान देता है। व्यक्ति की उम्र और लिंग की अनदेखी करता है।
2) BMI द्वारा हमें केवल शरीर के अनुमानित फैट (वसा) का पता चलता है। यह सीधे शरीर में मौजूद फैट (वसा / चर्बी) को नहीं मापता।
3) एथलीटो और बॉडीबिल्डरों, के लिए यह संंकेतक सही नहीं है। क्योकि BMI उनकी मांसपेशियों के भार को भी वजन में जोड़ लेता है।
4) इसी प्रकार गभर्वती महिलाओं के लिए भी यह सूचकांक सही नहीं है। क्योकि वज़न की गणना करते समय यह उनके गर्भ में पल रहे शिशु के भार को भी उनके वज़न में जोड़ लेता है और सही तस्वीर प्रस्तुत नहीं करता। इसी प्रकार बच्चों और बुजुगों के लिए भी यह सूचकांक सही तस्वीर नहीं पेश करता।
5) बी-एम-आई द्वारा हम किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य का मूल्यांकन नही कर सकते। क्योंकि यह देखा गया हैं कि जिन व्यकितयों का BMI भले ही साधारण स्थिति (Normal) में हो परंतु यह भी संभव है कि उन में फैट (चर्बी) अधिक और मांसपेशियाँ कम हो या उनमें मांसपेशियाँ अधिक और फैट कम हो।
6) बी-एम-आई शरीर की फैट की प्रवृति (Types) के विषय में हमें स्पष्ट रूप से कोई जानकारी नहीं देता। कि हमारा शरीर Lean body mass (LBM) {चर्बी रहित वज़न वाला है} या कि Fat mass (FM) {चर्बी सहित} वज़न वाला।
7) बी-एम-आई की श्रेणियाँ शरीर के फैट (वसा) के प्रतिशत का मापन नहीं करती।
Conclusion|निष्कर्ष
अब तो आप जान चुके हैं कि क्यो और किसे अपना वजन कम करना चाहिए? किस प्रकार आपने अपने बॉडी मॉस इंडेक्स की गणना करनी है और फिर उसे विशेषज्ञों द्वारा तय मानकों से तुलना करनी है।
दरअसल एक व्यक्ति का आर्दश वजन मुख्यता अनुंवशिकता (Heredity) द्वारा निर्धारित होता है। किंतु शहरीकरण और आधुनिकीकरण ने हमारे जीवन जीने की शैली पर बहुत गहरा प्रभाव डाला है। हम जो कुछ भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। यानी की हमारे खाद्य पदार्थों का सीधा संबंंध हमारे वजन से है।
यदि आपका वजन कम है तो आप कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों को खाकर अपने वजन में वृद्धि कर सकते हैं। तो दूसरी तरफ कुछ अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन कर अपना वजन कम भी कर सकते हैं।
आशा करती हूँ कि यह जानकारी आपको अपने वजन को जानने में सहायक होगी। यदि यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो कृपा अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें। इस जानकारी को अपने मित्रों और परिवार वालों के साथ इसे Facebook , Tweeter, Quora पर शेयर जरूर करें।
धन्यवाद !
Nalini has shared very important information on weight loss and gain, in the language most Indians understand,
I have erased Some of my misconceptions after Reading this blog.
Looking forward to more such useful articles.
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Thank you for your kind words, will continue to share more such insightful articles! 🙂
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