“संग सखा सब तज गए, कोऊ न निबहो साथ, कहे नानक इस विपद में, एक टेक रधुनाथ।।” | Sang sakha sab taj gaye, koi na nibhaayo saath, Kahe Nanak, is vipad mein, ek tek Raghunath
गुरु ग्रंथ साहिब के पेज नंबर 1429 पर दिए इस दोहे में गुरुनानक जी कहते हैं- जब सभी संगी साथी
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